वैधुत वेक्टर तथा गौस की प्रमेय (Electric flux and Gauss’Theorem)

 


1) क्षेत्रफल वेक्टर (Area Vector):- किसी समतल क्षेत्रफल पर से बाहर की ओर गयी     

अभिलम्ब एकांक वेक्टर को क्षेत्रफल वेक्टर कहते है.

 

जहाँ n बहार की ओर को खींचे गये अभिलम्ब के अनुदिश एकांक वेक्टर है.

2) घनकोण (Solid Angle):- किसी वृत की चाप , वृत के केंद्र पर वृत एक कोण अन्तरित 

करती है इसे समतलीय कोण कहते है. इसका मात्रक रेडियन (red.) होता है.

“ किसी ‘गोलीय’ प्रष्ठ का क्षेत्रफल गोले के केंद्र पर जो कोण अन्तरित करता है उसे घनकोण कहते है.”

इसे ω से प्रदर्शित करते है.

 


घनकोण का मात्रक ‘स्टेरेडियन’ (Sr) होता है.

 

गोले के सम्पूर्ण प्रष्ठ क्षेत्रफल A (=4 πr2) होता है अत: सम्पूर्ण प्रष्ठ द्वारा गोले के केंद्र पर आंतरिक घनकोण –



3) वैधुत फ्लक्स (Electric flux) :-  वैधुत क्षेत्र में स्थित किसी काल्पनिक प्रष्ठ से होकर 

गुजरने वाली किसी विधुत बल रेखाओ की संख्या की माप को उसका विधुत फ्लक्स (Electric flux) 

कहते है.

इसे ΦE से लिखते है. यह एक अदिश राशि है.



चुकिं वेक्टर dĀ प्रष्ठ के अभिलम्ब है यदि वेक्टर Ē व dĀ के बीच का कोण ɵ है तब,

 


                                               

गौस की प्रमेय का नियम

(Gauss’Theorem or Gauss’Law)


वैधुत परिपथ के किसी बंद प्रष्ठ से गुजरने वाले परिबद्ध आवेश के 1/ɛ0 गुना होता है.

( किसी बंद निकाय से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स, उस निकाय द्वारा परिबद्ध कुल आवेश q का 1/ɛ0 गुना होता है।  )

ΦE= ʃ Ē.dĀ

ΦE= ʃ Ē.dĀ = q/ ɛ0

 

 

     

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